बुधवार, 31 मार्च 2010

जरा सोचिये

जरा सोंचिये !

आज हम हर जगह फैले भ्रस्टाचार के लिए सरकार को दोषी ठहरा देते हैं लेकिन 

कैसे अन्त्योदय या बी पी एल कार्ड के लिए परेशां रहते हैं चाहे हमारी आय निर्धारित आय से ज्यादा हो

मनरेगा के तहत हाजरी लगती है चाहे हम अपने खेत में कभी न गए हो . उस दिहाड़ी का आधा पैसा ग्राम प्रधान को सौंप देंगे

कुछ लोग विधवा पेंशन के लिए अपने पति को जीते जी मार डालते हैं.